पीटीईटी के बारे में सामान्य जानकारी
पीटीईटी (PTET) का पूरा नाम Pre-Teacher Education Test है। यह एक प्रवेश परीक्षा है, जो राजस्थान में बीएड (B.Ed) और इंटीग्रेटेड बीए-बीएड/बीएससी-बीएड कोर्स में प्रवेश के लिए आयोजित की जाती है।
पीटीईटी से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी निम्नानुसार है –
1. परीक्षा आयोजक :- यह परीक्षा राजस्थान के विभिन्न विश्वविद्यालयों (जैसे जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय, डूंगर कॉलेज, आदि) द्वारा आयोजित की जाती है। लेकिन राजस्थान में वर्तमान में यह परीक्षा VMOU, कोटा द्वारा आयोजित करवाई जाती हैं।
2. पात्रता (Eligibility) :-
बीएड कोर्स के लिए स्नातक (Graduation) में न्यूनतम 50% अंक (ओबीसी/एससी/एसटी/पीडब्ल्यूडी के लिए छूट)।
इंटीग्रेटेड कोर्स (BA-B.Ed/B.Sc-B.Ed) के लिए: 12वीं पास होना आवश्यक है।
3. परीक्षा पैटर्न :-
परीक्षा में कुल 200 प्रश्न होते हैं और प्रत्येक प्रश्न 3 अंक का होता है जो कुल 600 अंकों का पेपर होता है। तथा समयावधि 3 घंटे की होती है।
सिलेबस-
राजस्थान प्री-टीचर एजुकेशन टेस्ट (पीटीईटी) 2025 में सफल होने के लिए परीक्षा के पाठ्यक्रम और पैटर्न की समझ का होना बेहद ही आवश्यक है।
- मानसिक क्षमता:- इस खंड में तर्क, कल्पना, निर्णय लेना, रचनात्मक सोच, सामान्यीकरण, और निष्कर्ष निकालने जैसे विषय शामिल हैं।
- शिक्षण दृष्टिकोण और योग्यता परीक्षण:- यह खंड सामाजिक परिपक्वता, नेतृत्व, व्यावसायिक प्रतिबद्धता, पारस्परिक संबंध, संचार, और जागरूकता पर केंद्रित है।
- सामान्य जागरूकता:- इसमें समसामयिक घटनाक्रम, भारतीय इतिहास और संस्कृति, भारत के प्राकृतिक संसाधन, महान भारतीय हस्तियाँ, पर्यावरण जागरूकता, और राजस्थान से संबंधित ज्ञान शामिल है।
- भाषा दक्षता (हिंदी या अंग्रेजी):- यह खंड शब्दावली, कार्यात्मक व्याकरण, वाक्य संरचना, और समझ पर आधारित है।
अगर आप पीटीईटी परीक्षा का आफिसियल सिलेबस डाउनलोड करना चाहते हैं तो नीचे लिंक पर क्लिक करें
4. प्रवेश प्रक्रिया :-
परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद मेरिट लिस्ट के आधार पर काउंसलिंग होती है।
कॉलेज का आवंटन मेरिट और पसंदीदा विकल्पों के अनुसार किया जाता है।
पीटीईटी (PTET – Pre-Teacher Education Test) परीक्षा के कई फायदे हैं, खासकर उन छात्रों के लिए जो शिक्षण क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं। इसके कुछ प्रमुख लाभ इस प्रकार हैं-
1. शिक्षक बनने का अवसर
PTET परीक्षा पास करने पर आप बी.एड (B.Ed) कर सकते हैं और इसके पश्चात शिक्षक के एग्जाम देकर आप भी अध्यापक बन सकते हैं।
परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद उम्मीदवार शिक्षक बनने के योग्य बनते हैं।
2. सरकारी व निजी नौकरियों के अवसर
पीटीईटी पास करने के बाद उम्मीदवार सरकारी और निजी स्कूलों में शिक्षक पद के लिए आवेदन कर सकते हैं।
सरकारी शिक्षक बनने के लिए आगे REET/CTET जैसी परीक्षाएं पास करनी होती हैं, जिसके लिए B.Ed/D.El.Ed जैसी डिग्रीयों बेहद आवश्यक होती है
3. शिक्षा के क्षेत्र में उज्जवल करियर
शिक्षक बनने के बाद स्थिर और सम्मानजनक करियर मिलता है। काम का ज्यादा बोझ नहीं रहता है और अपने पसंदीदा विषय में बच्चों को अध्यापन करवा सकते हैं।
सरकारी क्षेत्र में कोई सेवा हो अगर आप उनमें सलेक्ट हो जाते हैं तो आपको अच्छा वेतन, कार्य भार कम, अवकाश की सुविधा और रेटायरमेंट के बाद भी पेंशन और बहुत कुछ सुविधाएं मिलती है जो आमतौर पर ऐसी सुविधाएं प्राइवेट सेक्टर में नहीं मिलती हैं।
वेतनमान और अन्य भत्ते अच्छे होते हैं, खासकर सरकारी शिक्षकों के लिए।
4. शिक्षा कौशल और व्यक्तित्व विकास
बी.एड और डी.एल.एड कोर्स में शिक्षण विधियों, बाल मनोविज्ञान और पाठ्यक्रम विकास की जानकारी मिलती है।
इससे उम्मीदवारों के शिक्षण कौशल और संचार क्षमता में सुधार होता है।
5. प्रतियोगी परीक्षाओं में मदद
बी.एड और डी.एल.एड करने के बाद उम्मीदवार अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं (REET, CTET, TGT, PGT) में बैठ सकते हैं।
ये परीक्षाएं उम्मीदवारों को उच्च स्तर की शिक्षण नौकरियों के लिए तैयार करती हैं।
6. समाज में सम्मानजनक स्थान
शिक्षक समाज में एक प्रतिष्ठित स्थान रखते हैं।
वे छात्रों के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
7. उच्च शिक्षा के अवसर
बी.एड करने के बाद उम्मीदवार एम.एड (M.Ed) और पीएचडी (Ph.D) कर सकते हैं, जिससे वे उच्च शिक्षा संस्थानों में प्रोफेसर बन सकते हैं।
8.निष्कर्ष
पीटीईटी परीक्षा पास करके उम्मीदवार एक सफल शिक्षक बनने की दिशा में पहला कदम बढ़ाते हैं। यह परीक्षा न केवल करियर संवारने में मदद करती है, बल्कि समाज के लिए योगदान देने का भी अवसर प्रदान करती है।
पीटीईटी के बारे में सामान्य जानकारी आपको कैसी लगी हमें काॅमेंट बाक्स में जरूर बताएं। धन्यवाद