full form of cbse

full form of cbse तथा इसके के बारे में विस्तृत जानकारी निम्नानुसार है।

full form of cbse is Central Board of Secondary Education.

सीबीएसई की हिन्दी में फुल फॉर्म केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड है।

भारत में एक राष्ट्रीय स्तर का शिक्षा बोर्ड है, जिसे भारत सरकार शिक्षा मंत्रालय द्वारा संचालित और नियंत्रित किया जाता है। इसकी स्थापना 1929 में की गई थी जिसका उद्देश्य पूरे देश में स्कूली शिक्षा को सुव्यवस्थित और एकीकृत करना था, सीबीएसई बोर्ड के तहत मुख्य रूप से कक्षा 1 से 12 तक स्कूलों में शिक्षा प्रदान की जाती है।

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सीबीएसई की प्रमुख विशेषताएं:-

1. पाठ्यक्रम (Curriculum):- सीबीएसई का पाठ्यक्रम राष्ट्रीय स्तर पर उन सभी विद्यालयों में मौजूद हैं जो विद्यालय सीबीएसई बोर्ड से मान्यता रखते हैं, और यह केंद्रीय शिक्षा नीति के आधार पर तैयार किया जाता है। इसमें विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान, भाषाएं, और अन्य कई विषय भी शामिल होते हैं।

2. परीक्षा प्रणाली: सीबीएसई बोर्ड वार्षिक स्तर पर परीक्षाएं आयोजित करवाता है, जिसमें मुख्यतः 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं भी शामिल होती हैं और इन परीक्षाओं के परिणामों का महत्व पूरे भारत में एक सम्मान होता है।

3. माध्यम (Medium):- सीबीएसई बोर्ड में शिक्षा का माध्यम मुख्य रूप से हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं होता है।

4. मानक और समानता:- सीबीएसई बोर्ड भारत के विभिन्न राज्यों में स्थित स्कूलों के लिए एकसमान शिक्षा प्रणाली लागू करता है, जिससे छात्रों को उच्च स्तर की और गुणवत्ता पूर्ण  शिक्षा प्राप्त होती है, और यह विभिन्न क्षेत्रों में शिक्षा की गुणवत्ता को भी सुनिश्चित करता है।

5. राष्ट्रीय परीक्षाएं:- सीबीएसई बोर्ड द्वारा राष्ट्रीय स्तर की परीक्षाओं का संचालन भी किया जाता है, जैसे कि:-

JEE :- इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा – जो विद्यार्थी इंजीनियरिंग बनना चाहता है उनको काॅलेज में दाखिला लेने के लिए प्रवेश परीक्षा पास करना अनिवार्य होता है जिसे  JEE परीक्षा कहा जाता है।

NEET :- मेडिकल प्रवेश परीक्षा – जो विद्यार्थी 12वीं कक्षा पास करने बाद यदि डॉक्टर बनना चाहते हैं तो उन्हें काॅलेज में दाखिला लेने के लिए NEET जैसी प्रवेश परीक्षा पास करनी अनिवार्य होती है।

6. शिक्षण विधियां:- सीबीएसई बोर्ड समग्र शिक्षा पर बल देता है। तथा पाठ्यक्रम को रटने के बजाय अवधारणाओं को समझने और समस्याओं को सुलझाने के लिए क्षमता को विकसित करने के आधार पर तैयार करते हैं ।

7. विदेश में भी मान्यता:- सीबीएसई न केवल भारत में, बल्कि अन्य देशों में भी अपने पाठ्यक्रम और शिक्षा प्रणाली के माध्यम से स्कूलों को मान्यता देता है।

सीबीएसई बोर्ड के उद्देश्य:-

  • शिक्षा के माध्यम से विद्यार्थियों के समग्र विकास को मजबूत करना।
  • शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्टता और समानता को सुनिश्चित  करना।
  • छात्रों में शैक्षिक और नैतिक मूल्यों की समझ विकसित करना ताकि वे एक समझदार और जिम्मेदार नागरिक बन सकें।

सीबीएसई बोर्ड का मुख्यालय :-

वर्तमान में सीबीएसई बोर्ड का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है।

सीबीएसई बोर्ड के कार्य :-

सीबीएसई बोर्ड (केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड) का मुख्य उद्देश्य भारत में स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता और मानकीकरण का विकास सुनिश्चित करना है। इसके कार्य निम्नलिखित हैं:-

1. पाठ्यक्रम का क्षेत्र तय करना :- 

सीबीएसई बोर्ड छात्रों की शैक्षिक आवश्यकताओं के आधार पर कक्षा 1 से 12 तक का पाठ्यक्रम तैयार करता है।

इसमें वैज्ञानिक दृष्टिकोण, तर्कशक्ति और सृजनात्मकता को बढ़ावा देने वाले विषयों को भी शामिल किया जाता है।

सीबीएसई बोर्ड पाठ्यक्रम को राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) के साथ समन्वय करके तैयार करती है।

2. परीक्षाओं का आयोजन :- 

सीबीएसई बोर्ड भारत और विदेशों में 10वीं और 12वीं कक्षा की वार्षिक परीक्षाएं आयोजित करवाता है।

3. शैक्षिक सुधार (Educational Reforms):- 

सीबीएसई बोर्ड समय-समय पर शिक्षा प्रणाली में सुधार करता रहता है, जैसे कि परीक्षा प्रणाली में बदलाव (सीसीई: सतत और व्यापक मूल्यांकन), ऑनलाइन परीक्षाओं का प्रावधान, और नई शिक्षण विधियों को लागू करना इत्यादि।

4. शिक्षक प्रशिक्षण (Teacher Training):-

शिक्षकों को नवीनतम शिक्षण तकनीकों और शैक्षिक प्रवृत्तियों से जोड़ने के लिए विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों का भी आयोजन करवाता है।

5. अनुसंधान और विकास (Research and Development):-

सीबीएसई बोर्ड छात्रों और शिक्षकों की शैक्षिक आवश्यकताओं के आधार पर अनुसंधान और विकास करता है, ताकि पाठ्यक्रम और शिक्षण विधियों में नवीनता लाई जा सके।

नई शिक्षण तकनीकों को अपनाने के लिए रिसर्च और डाटा का प्रयोग किया जाता है।

6. छात्र कल्याण (Student Welfare):-

छात्रों के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का भी संचालन किया जाता है।

काउंसलिंग सुविधाएं प्रदान करवाता है ताकि परीक्षा और करियर से संबंधित तनाव को कम किया जा सके।

7. नवाचार (Innovation):-

शिक्षा में डिजिटल और तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देने के लिए ऑनलाइन शिक्षा पोर्टल्स, ई-लर्निंग और अन्य शैक्षिक उपकरणों का विकास किया जा रहा है।

परीक्षा और परिणामों की प्रक्रिया का डिजिटलीकरण किया गया है, जिससे छात्रों और शिक्षकों को सुविधा हुई  है और साथ ही साथ पार्दर्शिता भी आई है।

8. शिक्षा में अंतरराष्ट्रीय सहयोग (International Collaboration):-

विदेशों में स्थित सीबीएसई बोर्ड के स्कूलों को सहायता प्रदान करवाता है, ताकि भारतीय छात्रों को वैश्विक स्तर पर शिक्षा प्राप्त हो सके।

सीबीएसई बोर्ड शिक्षा के क्षेत्र में विभिन्न अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ मिलकर सहयोग करता है।

कुल मिलाकर, सीबीएसई के कार्य भारतीय शिक्षा प्रणाली को व्यवस्थित, कुशल और वैश्विक मानकों के अनुरूप बनाना है, ताकि छात्रों का समग्र विकास हो सके और वे विभिन्न क्षेत्रों में सफलता प्राप्त कर सकें।

नोट:- full form of cbse तथा इसके के बारे में विस्तृत जानकारी बताई गई है आपको यह जानकारी कैसी लगी काॅमेंट बाॅक्स में जरूर बताएं। धन्यवाद

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