full form SDM

full form SDM हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में जानने के लिए तथ इसके बारे में विस्तृत जानकारी निम्नानुसार है।

SDM full forin english:- sub division magistrate

SDM full form in hindi:- उपखंड अधिकारी

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SDM kya hai:- SDM एक प्रशासनिक अधिकारी होता है जिसके पास कार्यपालिका शक्तियां, न्यायिक शक्तियां और दांडिक शक्तियां होती है।

एसडीएम राज्य स्तर की सरकारों का अधिकारी होता है जो भारत के प्रत्येक राज्य में एक बोर्ड होता है जो राज्य लोक सेवा आयोग कहलाता है। वहीं बोर्ड उन एसडीएम बनने के लिए एग्जाम आयोजित करवाता है।

राज्य सरकार का बोर्ड जिसे राज्य लोक सेवा आयोग कहा जाता है उसके द्वारा लगभग दो/ तीन साल के अंतराल में एग्जाम आयोजित करवाया जाता है जो कि ये एग्जाम सम्पूर्ण तीन चरणों में पूरा होता है। यदि कोई अभ्यर्थी उन तीन चरणों को सफलता से पास कर लेते है तो वह एसडीएम बन सकता है।

एसडीएम की सेवा राज्य स्तर पर राज्य की सर्वोच्च प्रशासनिक सेवा होती है जो उस राज्य के लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा में उत्तीर्ण होने के बाद इस प्रकार के अधिकारी बनकर राज्य में प्रशासनिक सेवा करने का मौका मिलता है। जिसमें राज्य सरकार द्वारा इस प्रकार के प्रशासनिक अधिकारियों को बहुत ज्यादा सुविधाएं और जिम्मेदारी प्रदान करवाती हैं ताकि राज्य सरकार के प्रशासनिक अधिकारी अच्छी लाइफ के साथ अच्छा कार्य भी कर सके।

एसडीएम को मिलने वाली सुविधाएं :- एसडीएम एक कार्यपालक अधिकारी के साथ ही साथ दण्डाधिकारी भी होता है। तथा उनको अपने पद पर रहते हुए निम्न सुविधाएं मिलती है जैसे – सरकारी गाड़ी, निवास के लिए आवास मिलता है जो पूरी तरह से निःशुल्क यहां तक कि बिजली बिल भी नहीं भरना पड़ता है।, खाना बनने के लिए नौकर, अच्छी इनकम जो राज्य सरकार की बाकी नौकरियां में इतनी सैलरी नहीं मिलती है जितनी राज्य की सिविल सेवा के अधिकारियों को मिलती है।, इस प्रकार के अधिकारियों के पास विवेकाधीन शक्ति होती है जो उनके द्वारा लिए गए निर्णयों पर निर्भर करती है। कुछ ऐसे फैसले होते हैं जो सोचने और समझने पर आधारित होते हैं जिसका फैसला लेना उन अधिकारियों के विवेकाधीन शक्ति का अहम हिस्सा माना जाता है इसलिए जब सोचने और समझने पर आधारित कोई फैसला लेना होता है तब इस प्रकार की शक्ति का उपयोग किया जाता है। उन अधिकारियों के द्वारा तथा अन्य सुविधाएं भी सरकार द्वारा दी जाती है।

एसडीएम का कार्यकाल :- कम से कम 21 वर्ष प्राप्त आयु के व्यक्ति एसडीएम बनने के लिए राज्य के लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित परीक्षा दे सकता है और परीक्षा उत्तीर्ण के पश्चात् वह 60 वर्ष की आयु तक वह अपने पद पर बना रहता है। इस दौरान उनको मिलने वाली सुविधाओं में निरंतर वृद्धि होती रहती है और इसके साथ ही इनकम तथा पद में भी प्रमोशन होता है।

सम्मान :- एसडीएम एक महत्वपूर्ण पद होता है जो समाज में इज्जत और सम्मान की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण होता है। एक सरकारी बड़े अधिकारी को जितना सम्मान मिलता है उतना सम्मान बड़े उद्योगपति को भी नहीं मिलता है। जो व्यक्ति समाज सेवा करना चाहते है और सम्मान भी पाना चाहते है तो उनके लिए एसडीएम बनना एक अहम अवसर होता है जो वह स्मार्ट मेहनत, निरंतरता और धैर्य के साथ प्राप्त कर सकता है।

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