ips ka full form 

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ips full form in english language is- indian police service और हिन्दी भाषा में में आईपीएस की फुल फॉर्म भारतीय पुलिस सेवा होती है। यह भारत की दूसरी सबसे महत्वपूर्ण सिविल सेवा मानी जाती है और इस पोस्ट पर आने के लिए लाखों भारतीय युवाओं का सपना होता है।

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भारत में आईपीएस बनने के लिए निम्नलिखित योग्यताएं होनी आवश्यक है – 

1. आयु सीमा : -21 से 32 वर्ष की आयु सामान्य श्रेणी और क्रिमिलियर श्रेणी के अभ्यर्थियों के लिए है। बाकि अभ्यर्थियों को आयु में छूट मिलती है जैसे ओबीसी के लिए 35 वर्ष तथा एसी/एसटी श्रेणी के अभ्यर्थियों के लिए आयु सीमा 37 वर्ष निर्धारित की गई है।

2. शिक्षा :- स्नातक डिग्री या समकक्ष योग्यता :- भारत में महाविद्यालय या विश्वविद्यालय जो केंद्र सरकार/राज्य सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त है उससे ग्रेजुएट होना चाहिए। इस प्रकार के महाविद्यालयों/विश्वविद्यालयों से स्नातक डिग्री धारक अभ्यर्थी आईएएस के एग्जाम में बैठने योग होते हैं।

3. नागरिकता :- भारत में रहने वाला कोई भी व्यक्ति अगर वो भारत का नागरिक है तो आईपीएस एग्जाम में बैठ सकता है और अपनी योग्यता के अनुसार वह आईपीएस बन सकता है।

4.शारीरिक योग्यता :-आईपीएस अधिकारी बनने के लिए शारीरिक रूप से फिट होना अति आवश्यक है क्योंकि पुलिस की सेवा 24×7 होती है इसलिए इस प्रकार की सेवा में शारीरिक रूप से फिट और मजबूत होना बेहद जरूरी है।

5. लिखित परीक्षा और साक्षात्कार :- सिविल सेवा परीक्षा (सीएसई) में उत्तीर्ण होने के लिए तीन चरणों में आयोजित परीक्षा से गुजरना पड़ता है। अगर आप उन तीनों चरणों में अच्छा प्रदर्शन करते हुए सफल हो जाते हैं तो आप आईपीएस बन सकते हैं और अपने सपने को साकार कर सकते है।

1. प्रारंभिक परीक्षा आईपीएस बनने के लिए प्रारंभिक परीक्षा होती है जो यह सुनिश्चित करती है कि आप मुख्य परीक्षा में बैठने लायक है या नहीं।

प्रारंभिक परीक्षा में दो पेपर होते हैं एक सामान्य ज्ञान का और दूसरा सी-सैट का, सी-सैट पेपर सिर्फ क्वालीफाई है परन्तु सामान्य ज्ञान वाले पेपर आपको कट ऑफ से ज्यादा नंबर प्राप्त करना होता है। तभी आप मुख्य परीक्षा के लिए क्वालीफाई होंगे।

2. मुख्य परीक्षा- आईपीएस बनने की मुख्य परीक्षा यही है और इस परीक्षा में प्राप्त नंबरों के आधार पर यह तय होता है कि आप आईपीएस बनने के लायक हो या नहीं।

आईएएस की मुख्य परीक्षा में प्रमुख रूप से 4 सामान्य ज्ञान के पेपर,  वैकल्पिक विषय के 2 पेपर, और निबंध के 2 पेपर, कुल मिलाकर आईपीएस मुख्य परीक्षा में 8 पेपर होते हैं।

नोट – उन 8 पेपरों में से सामान्य ज्ञान के 4 पेपर होते हैं जो प्रत्येक पेपर 250 नंबर का होता है कुल नंबर 4×250=1000 यानि 4 पेपर 1000 नंबर के होते हैं उन पेपरों में प्रत्येक पेपर में 20 प्रश्न आते हैं जो 10 प्रश्न 10-10 नंबर के आते हैं और 10 प्रश्न 15-15 नंबर के आते हैं और जो प्रश्न 10 नंबर के होते हैं उनके उत्तर 150 शब्दों में लिखने होते हैं और जो प्रश्न 15 नंबर के होते हैं उनके उत्तर 250 शब्दों में लिखने होते हैं। उन 1000 नंबरों में से प्राप्त आपके नंबर मैरिट लिस्ट के आधार पर तय होगा कि आपके आईपीएस बनने के लिए जितने नंबरों की आवश्यकता होती है उतने नंबर आपने प्राप्त किये या नहीं अगर आप उतने नंबर प्राप्त कर लेते हैं तो आप आईपीएस बन सकते है।

वैकल्पिक विषय – वैकल्पिक विषय के दो पेपर होते हैं जो 250-250 नंबरों के होते हैं जो वैकल्पिक विषय के कुल नंबर 500 होते हैं।

निबंध – निबंध का एक पेपर होता हैं जिसमें आठ निबंध पूछे जाते हैं जिसमें से अभ्यर्थियों को दो निबंध लिखने होते हैं और प्रत्येक निबंध 1200 शब्दों में लिखना होता है और प्रत्येक निबंध 125 नंबर का होता है।

1000 नंबर (सामान्य ज्ञान के पेपर), 500 नंबर (वैकल्पिक विषय के पेपर, 250 नंबर (निबंध के पेपर) और 275 नंबर (इंटरव्यू के)।

3. साक्षात्कार- आईपीएस बनने के लिए तीसरा चरण यानि अंतिम चरण माना जाता है अगर इसमें कोई व्यक्ति अच्छा नंबर प्राप्त कर लेता है तो उनकी रैंक अच्छी आती है और अच्छी रैंक के आधार पर ही आईपीएस की पोस्ट हांसिल की जा सकती है। साक्षात्कार यानि इंटरव्यू जो 275 नंबरों का होता है उनमें से प्राप्त नंबरों के आधार पर आपके नंबर मुख्य परीक्षा के नंबर और इंटरव्यू के नंबर जोड़कर फिर कट ऑफ जारी की जाती है और उन कट ऑफ के आधार पर रैंक तय होती है।

1000 नंबर (सामान्य ज्ञान के पेपर), 500 नंबर (वैकल्पिक विषय के पेपर, 250 नंबर (निबंध के पेपर) और 275 नंबर (इंटरव्यू के)

कुल मैरिट नंबर= 1000+500+250+275=2025

अगर कोई भी अभ्यर्थी 2025 में से 900 नंबर ले आते हैं तो वो आसानी से आईपीएस बन सकते हैं।

4. प्रशिक्षण जो विद्यार्थी सिविल सेवा में उत्तीर्ण हो जाते हैं उन्हें सरकार की तरफ से 2 वर्ष की ट्रेनिंग दी जाती है जिससे सैद्धांतिक ज्ञान और प्रेक्टिकल ज्ञान से अवगत करवाया जाता है ताकि वो अधिकारी एक चिंतनशील व अनुभवी बन सके।

5. चिकित्सा परीक्षण – चिकित्सा परीक्षण के अंतर्गत कुछ ही अधिकारियों की जांच की जाती है जिसमें यह चेक किया जाता है कि वे अभ्यर्थी फिजिकल रुप से फिट हैं, उसके शरीर के सारे भाग सही है जैसे आंख,कान, पैर और कोई गंभीर बिमारी तो नहीं है इस प्रकार की जांच चिकित्सा परीक्षण कहलाता है।

आईपीएस अधिकारी के कार्य और दायित्व :-

1. कानून व्यवस्था बनाए रखना :- आईपीएस अधिकारी का मुख्य कार्य कानून व्यवस्था को बनाए रखना और अपराध पर नियंत्रण रखना होता है।

2. अपराध जांच :- आईपीएस अधिकारी अपराध की जांच करते हैं और आरोपियों को सजा दिलाने के लिए साक्ष्य इक्ट्ठा करते हैं।

3. सार्वजनिक सुरक्षा :- आईपीएस अधिकारी सार्वजनिक सुरक्षा के प्रति जिम्मेदार होते हैं और लोगों की सुरक्षा के लिए  शांति व्यवस्था बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

4. पुलिस प्रशासन :आईपीएस अधिकारी पुलिस प्रशासन के लिए जिम्मेदार होते हैं और पुलिस बल का नेतृत्व करते हैं।

5. आपातकालीन सेवाएं :- आईपीएस अधिकारी आपातकालीन सेवाएं प्रदान करते हैं, जैसे कि अग्निशमन, बचाव और चिकित्सा सेवाएं।

7. आतंकवाद निरोधक कार्रवाई :- आईपीएस अधिकारी आतंकवाद निरोधक कार्रवाई में शामिल होते हैं और आतंकवाद के खिलाफ लड़ते हैं। उन आतंकवाद से लोगों को सुरक्षा प्रदान करते हैं।

8. साइबर अपराध जांच :- आईपीएस अधिकारी साइबर अपराध से संबंधित मामलों की जांच करते हैं और साइबर अपराधियों को सजा दिलाने के लिए साक्ष्य इक्ट्ठा करके न्यायालय में पेश करते हैं।

इन कार्यों के अलावा भी आईपीएस अधिकारी अन्य कई कार्यों में भी अपनी भूमिका अदा करते हैं जैसे कि-

– पुलिस बल का प्रशिक्षण

– पुलिस बल का नेतृत्व

– सार्वजनिक संबंध

– मीडिया संबंध

– सरकार के साथ समन्वय

आईपीएस अधिकारी का कार्य बहुत चुनौतीपूर्ण होता है और उन्हें अपने कार्यों को पूरा करने के लिए उच्च स्तर की योग्यता और समर्पण की आवश्यकता होती है।

चाहे पद कितना ही बड़ा क्यों न हो पर चुनौतियां उनके सामने भी आती है। भारत में किसी भी तरह की पोस्ट हो उस पर बैठने वाले व्यक्ति के सामने – अच्छा पद+अच्छी सुविधाएं+चुनौतियां+सामाधान खोजना= उस रास्ते पर चलना होगा।

“इज्जत बड़े पद की नहीं होती बल्कि बड़े कार्य की होती है।”

ऊपर बताई गई ips ka full form और आईपीएस अधिकारी बनने के बारे विस्तृत जानकारी आपको कैसी लगी काॅमेंट बाॅक्स में जरूर बताएं।

धन्यवाद।

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