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ISRO full form in english and hindi is – Indian Space Research Organisation. जिसे हिन्दी में ‘भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ‘ कहते हैं।

Full form of GSLV:-Gio satellite launch vehicle. जिसका हिन्दी में फुल फॉर्म’भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ‘ है।
ISRO की स्थापना- 15 अगस्त 1969 को , तत्कालीन भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) बोम्बे के संस्थापक डॉ. विजयनंदन थापर ने की।
यह वह संस्था है जो धरती पर ही नहीं बल्कि आकाश में भी काम करती है।
ISRO का मुख्यालय – बेंगलुरु, कर्नाटक में स्थापित किया गया है।
ISRO के प्रमुख कार्य :-
• सैटेलाइट्स का प्रक्षेपण करना ।
• संचार, मौसम विज्ञान, और रिमोट सेंसिंग के उद्देश्यों के लिए कार्य करना।
• विभिन्न कार्यक्रमों की लॉन्चिंग के लिए व्हीकल्स का विकास करना ।
• अंतरिक्ष में अंतरिक्ष मिशन को स्थापित करना, जैसे– मंगल यान और चंद्र यान ।
• राष्ट्र के विकास में सहयोग प्रदान करना, जैसे; दूरसंचार, प्रसारण, आपदा प्रबंधन, और कृषि में सहायता।
• मानव के अंतरिक्ष में उड़ान से संबंधित कार्यक्रमों को आयोजित करना ।
ISRO के महत्वपूर्ण अंतरिक्ष अभियान:-
1. चंद्र यान मिशन :
चंद्र यान-1 – यह मिशन 2008 में आकाश में भेजा गया था। यह भारत का पहला चंद्र अभियान था, इस मिशन के द्वारा चंद्रमा की धरती पर पानी के अणुओं की खोज की, जिससे पता चन्द्रमा पर भी पानी है।
चंद्र यान-2 :- यह मिशन 2019 में आकाश में भेजा गया था।
इस मिशन का उद्देश्य चंद्रमा के दक्षिणी कोने पर जाना था। परंतु चंद्रमा पर जाने वाला रॉकेट “विक्रम” की सॉफ्ट लैंडिंग सफल नहीं रही, लेकिन इसमें लगा ऑर्बिटर अभी भी चंद्रमा का अध्ययन कर रहा है। जिसके माध्यम से कई प्रकार की जानकारी हमें मिली है जो हमारे लिए बेहद जरूरी थीं।
चंद्र यान-3 :- यह मिशन 2023 में आकाश में भेजा गया था।
भारत का चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग का पहला सफल प्रयास था, जिससे भारत चंद्रमा की धरती पर सुरक्षित लैंडिंग करने वाला संसार का चौथा देश बन गया।
2. मंगल यान ( MOM ):-
ISRO का यह पहला मंगल मिशन जिसे 2013 में लॉन्च किया गया था। भारत पहला ऐसा देश बन गया जिसने अपने पहले ही प्रयास में मंगल की कक्षा में सफलतापूर्वक पहुंच बनाई।
3. गगन यान मिशन :- यह एक मानव युक्त आकाशीय मिशन हैं जिसे आज तक आकाश में भेजा नहीं गया है नवंबर 2024 तक आकाश में भेजने की उम्मीद थी। लेकिन, इसके विभिन्न परीक्षणों और विकास चरणों पर अभी तक काम चल रहा है।
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4.PSLV & GSLV :-
Full form of PSLV :- Polar Satellite Launch Vehicle.
ये उपग्रहों को भेजने में सहायक होते हैं।
ये काफी भारी उपग्रहों को आसानी से आकाशीय कक्षाओं में भेजने में मदद करते हैं। (1550 किलो ग्राम से अधिक भार वाले उपग्रह )
ये कम कीमत में तैयार होने वाला रॉकेट है और भारत में सबसे विश्वासी भी हैं।
इसके द्वारा चंद्रयान-1, मंगलयान जैसे यान अंतरिक्ष में भेजे गए थे।
GSLV :-
Full form of GSLV :- Gio satellite launch vehicle..
ये उपग्रह Geosynchronous Transfer Orbit में भेजने के लिए उपयोगी है।
ये भारी वजन के उपग्रहों को आकाशीय कक्षाओं में भेजने में सक्षम है।
क्योंकि इसमें दमदार इंजन का उपयोग होता है जिस कारण ये अधिक भार को अधिक दूरी तक वहन करने में सक्षम होते है।
भारत ने पीएसएलवी, जीएसएलवी के माध्यम से कई देशों के उपग्रह प्रक्षेपित करके धन भी कमाया है और अपना कद भी काफी ऊंचा उठाया है जो कहीं न कहीं भारत के लिए किसी साख से कम नहीं है।
5. आदित्य-L1 :- ये भारत का पहला सौर मिशन है, जिसे भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) द्वारा 2 सितंबर 2023 को सफलता पूर्वक आकाश में भेजा गया था। यह मिशन सूर्य के बारे में जानकारी एकत्रित करने हेतु भेजा गया था। जिसमें कई सारे उपकरण लगे हैं जो हमें वहां की जानकारियां देते हैं।
इसलिए यह मिशन हम सब के लिए बहु उपयोगी सिद्ध होने वाला है।
जो हमें सूर्य पर चलने वालीं हवाओं, हवाओं के वेग, हवाओं की दिशाएं तथा उनमें मौजूद कणों की जानकारी देगा।
दोस्तों, ऊपर बताई गई ISRO (what is full form of isro) के बारे में जानकारी आपको कैसी लगी काॅमेंट बाॅक्स में जरूर बताएं। धन्यवाद