what is full form of MBBS
MBBS की full form और इसके बारे में विस्तृत जानकारी निम्नानुसार है।
MBBS की हिंदी भाषा में फुल फाॅर्म बैचलर ऑफ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ सर्जरी है।
MBBS full form In English is- Bachelor of Medicine, Bachelor of Surgery..
एमबीबीएस एक अंडर ग्रेजुएट चिकित्सा की डिग्री है, जो छात्रों को डॉक्टर बनने के लिए आवश्यक ज्ञान और कौशल प्रदान करती है। यह पाठ्यक्रम (सिलेबस) चिकित्सा, शल्य चिकित्सा, रोगों की पहचान, उपचार संबंधी विधियों, और मरीजों की देखभाल के विभिन्न पहलुओं को कवर करता है।
इस क्षेत्र में अध्ययन के दौरान, छात्र मानव शरीर, रोग विज्ञान, फार्माकोलॉजी, नैतिकता, और चिकित्सा अनुसंधान जैसे विषयों का गहन अध्ययन करते हैं। एमबीबीएस करने के बाद डॉक्टर विभिन्न क्षेत्रों में काम कर सकते हैं, जैसे: सामान्य चिकित्सा, विशेषज्ञता, अस्पताल प्रबंधन, और अनुसंधान विशेष इत्यादि।
एमबीबीएस करने की प्रक्रिया ( Process of MBBS Programme ) :-
सर्वप्रथम विद्यार्थी को 10वीं कक्षा के बाद विज्ञान विषय में अध्ययन करना चाहिए। 12वीं कक्षा में science लेनी होगी तथा साथ ही साथ 12वीं कक्षा में फिजिक्स ( physics ), केमिस्ट्री ( chemistry ), और बायोलॉजी ( biology ) सब्जेक्ट लेना अनिवार्य हैं।
12वीं क्लास उत्तीर्ण हो जाने के बाद छात्रों को राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (NEET- National Eligibility Entrance Test) ) को पास करना अनिवार्य होता है। तथ इस परीक्षा के माध्यम से ही सभी मेडिकल कॉलेज में विद्यार्थियों को दाखिला मिलता है।
NEET का परिणाम घोषित होने के बाद, योग्य उम्मीदवारों की सलेक्ट सूची जारी की जाती है।
NEET परीक्षा में प्राप्तांक के हिसाब से छात्र काउंसलिंग में भाग लेते हैं। यह प्रक्रिया सामान्यतः राज्य और राष्ट्रीय दोनों स्तर पर होती है।
काउंसलिंग के दौरान छात्र अपनी रैंक के आधार पर, पसंद के मेडिकल कॉलेज का चयन करते हैं तथा उनमें से किसी कॉलेज में दाखिले की प्रक्रिया पूर्ण करवाते हैं।
चयनित कॉलेज में आवश्यक पूर्ण दस्तावेजों के साथ दाखिले की प्रक्रिया को पूरी करवाते हैं।
MBBS का पाठ्यक्रम सामान्यत: 5.5 वर्षों का होता है, जिसमें 4.5 वर्ष की पढ़ाई तथा 1 वर्ष की इंटर्नशिप शामिल होती है।
4.5 साल की पढ़ाई पूर्ण करने के बाद छात्र एक वर्ष की इंटर्नशिप करता है जहां उनको प्रैक्टिकल अनुभव प्राप्त होता है। जो उनके व्यहारिक जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
इंटर्नशिप के सफल समापन के बाद आपको MBBS की डिग्री प्राप्त हो जाती हैं।
डिग्री मिल जाने के बाद संबंधित राज्य मेडिकल काउंसिल में पंजीकरण (रजिस्ट्रेशन) कराना आवश्यक होता है ताकि आप विधिवत रूप से चिकित्सक की प्रैक्टिस कर सकें।
राजस्थान में MBBS करने के लिए कई प्रमुख कॉलेज हैं। कुछ मेडिकल कॉलेजों की सूची निम्नलिखित है:-
1. राजस्थान यूनिवर्सिटी ऑफ़ हेल्थ साइंसेस (RUHS), जयपुर
2. सवाई मान सिंह मेडिकल कॉलेज, जयपुर
3. जोधपुर मेडिकल कॉलेज, जोधपुर
4. AIIMS, जोधपुर (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान)
5. गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, कोटा
6. जैसलमेर मेडिकल कॉलेज, जैसलमेर
7. गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, अलवर
नोट: इन कॉलेजों में एडमिशन के लिए NEET परीक्षा उत्तीर्ण करना अनिवार्य होता है।
एमबीबीएस के फायदे :-
डॉक्टर बनने की योग्यता प्राप्त होती है, जिससे विभिन्न स्वास्थ्य सेवाओं में आप कार्य कर सकते हैं। और वित्तीय सेवा करने का मौका भी मिलता है।
समाज में एक विशेष इज्जत मिलती है तथा अपनी प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है।
चिकित्सा के पेशे में आमदनी भी अच्छी खासी होती है तथा अपना एटीट्यूड भी बढ़ता है जिससे हम सामाजिक, आर्थिक और नैतिक दृष्टि से मजबूत होते हैं।
MBBS डिग्री करने की फीस –
विशेषत: विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में MBBS करने की फीस अलग-अलग होती है। फिर भी कहा जाएं तो भारत में सरकारी मेडिकल कॉलेजों में MBBS की फीस सालाना 10,000 से 1,00,000 रुपये के बीच होती है, जबकि निजी (प्राइवेट) कॉलेजों में यह 1,00,000 से 35,00,000 रुपये या उससे भी अधिक हो सकती है। फीस में ट्यूशन, प्रयोगशाला शुल्क, और अन्य संबंधित खर्चे सब-कुछ शामिल होते हैं।
आपको सही एवं स्पष्ट जानकारी के लिए संबंधित कॉलेज की वेबसाइट या प्रवेश कार्यालय से संपर्क करना चाहिए। ताकि कॉलेज विशेष की फीस का आपको पता चल पाए।।
ऊपर बताई गई MBBS के बारे जानकारी आपको कैसी लगी काॅमेंट बाॅक्स में जरूर बताएं।
धन्यवाद।