what is full form of nasa
nasa full form is- National Aeronautics and Space Administration.
(नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन)
जिसे हिंदी भाषा में “राष्ट्रीय वायुमंडलीय और अंतरिक्ष प्रशासन” कहा जाता है।
नासा एक ऐसी संस्था है जो विशेषतः अंतरिक्ष से जुड़ी हुई हैं।
अधिकतर हम जो भी हमारे आस पास के लोगों से या किसी सोशल मीडिया पर अंतरिक्ष से संबंधित सूचना या जानकारी प्राप्त करते है वो किसी न किसी तरह नासा से अवश्य जुड़ी होती है चाहे इनकी तकनीक उपयोग ली गईं हों या कोई यान आदि।
NASA की स्थापना :-
नासा (NASA) की स्थापना:- 29 जुलाई 1958 को अमेरिका देश में हुई।
NASA का मुख्यालय :-
नासा (NASA) का मुख्यालय:- अमेरिका के महानगर वाशिंगटन डीसी में है।
नासा (NASA) के कार्य और मिशन:-
नासा के कार्य और मिशन निम्नलिखित है:-
1. अंतरिक्ष अनुसंधान कार्य:– नासा अंतरिक्ष में कई प्रकार की खोज के लिए अंतरिक्ष यान भेजता है जिनसे कई अच्छी खबरें हमें मिलती रहती है और साथ ही यह उपग्रहों का विकास करने का कार्य करता है।
2. मानव अंतरिक्ष उड़ान :- सन् 1969ई. में अपोलो कार्यक्रम (Appolo programme) के तहत अपोलो – 11 मिशन के द्वारा मानव को चंद्रमा पर भेजा, जिससे मानव प्रजाति के लिए अंतरिक्ष अन्वेषण का एक नया दौर शुरू हुआ ।
इससे पहले मानव चंद्रमा की धरती पर नहीं पहुंच पाया था।
नासा के द्वारा कई अंतर्राष्ट्रीय स्पेस स्टेशन जैसे मिशनों का संचालन भी किया जा रहा है।
3. अंतरराष्ट्रीय सहयोग कार्य:- अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन ( ISS – “International Space Station” ) के निर्माण और उसके संचालन के लिए NASA ने अन्य देशों को एक जुट होकर के काम किया है, जो विज्ञान और अनुसंधान के लिए एक अहम भूमिका बन चुका है।
4. उपग्रह कार्यक्रम:- पृथ्वी के चारों ओर घूमने वाले उपग्रहों के माध्यम से मौसम, जलवायु और अन्य डेटा एकत्रित करने का महत्वपूर्ण कार्य करता है।
5. प्लैनेटरी एक्सप्लोरेशन:- मंगल, शुक्र और अन्य ग्रहों की खोज करने के लिए रोवर्स और अन्य प्रोब्स भेजता है।
यह हमें विभिन्न ग्रहों से संबंधित संपूर्ण जानकारी प्रोवाइड करवाता हैं और साथ ही ग्रहों की स्थिति तथा उन पर मिलने वाली संभावनाए व्यक्त करने में सहायता करता हैं।
6. पृथ्वी विज्ञान:- NASA के उपग्रहों ने पृथ्वी की जलवायु का समय समय पर अध्ययन किया है जिससे कई प्रकार की जलवायु और पर्यावरण संबंधी समस्याओं का सामना समय पर कर पाए हैं।
यह जलवायु और पर्यावरण से संबंधित अध्ययन करने का काम करते रहते है जिससे कई प्रकार के जलवायु खतरों को टालने में आसानी हुई है।
7. विज्ञान और प्रौद्योगिकी:- यह नई नई तकनीकों और विज्ञान के विकास में नए आयाम लाकर पेश करने का काम किया करते है, जैसे – रॉकेट निर्माण की नई तकनीक और एरोनॉटिक्स निर्माण के रूप में।
यह छात्रों को अपने NASA का इन सभी प्रयासों से न केवल वैज्ञानिक अनुसंधान में बल्कि मानवता के लिए तकनीकी विकास में भी बड़ा योगदान है।
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NASA की भविष्यवाणी:-
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ( NASA ) ने पृथ्वी के अस्तित्व को लेकर अपनी एक बड़ी भविष्य वाणी में कहा है है:- “कि आज से 14 वर्ष बाद 2038 में एक खतरनाक Asteroid ( एस्टेरॉयड ) पृथ्वी की सतह से टकराया जा सकता है और इस टक्कर से पूरी दुनिया खत्म होने की संभावना बताई है।”
अब हम ये तो नहीं कह सकते है कि NASA की भविष्यवाणी सही हैं या गलत।
यह तो आने वाला समय यानी 2038 बताएगा कि NASA की भविष्यवाणी सही हैं या नहीं।
अभी तो यह सिर्फ अपने लिए खोफ का माहौल बनाने का जरिया मात्र ही है लेकिन कई मायने में हमें इन रिर्पोटों को महत्व देना होगा।
नासा के बारे में बताई गई जानकारी आपको कैसी लगी काॅमेंट बाॅक्स में जरूर बताएं।
धन्यवाद।